अमृता देवी विश्नोई स्मृति पुरस्कार वितरण (Amrita Devi Vishnoi Memorial Award Distribution):
हरियाली तीज (7 अगस्त, 2024) के पावन पर्व पर वन विभाग, राजस्थान ने दूदू के गाडोता में 75वां राज्य स्तरीय वन महोत्सव (75th State Level Van Mahotsav) का आयोजन हुआ। जिसमें अमृता देवी विश्नोई स्मृति पुरस्कार (Amrita devi bishnoi award) वितरण किये गये। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में राजस्थान के मुख्यमंत्री, भजनलाल शर्मा ने दूदू के गाडोता में उपस्थित जनसमूह को संबोधित किया।
मुख्यमंत्री जी ने अपने संबोधन में कहा कि राजस्थान वह पावन धरा है जहां मां अमृता देवी सहित 363 लोगों ने पर्यावरण संरक्षण के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया था। यह पर्यावरण के प्रति समर्पण का एक अद्वितीय उदाहरण है।
उन्होंने कहा कि पेड़ों के संरक्षण की दिशा में वन महोत्सव एक नई उम्मीद की किरण के रूप में उभरा है। मानसून का यह समय वृक्षारोपण के लिए सबसे अनुकूल है, क्योंकि इस मौसम में लगाए गए पौधे शीघ्रता से विकसित होते हैं।
अमृता देवी विश्नोई स्मृति पुरस्कार वितरण करते हुए राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा |
मुख्यमंत्री जी ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए 'एक पेड़ मां के नाम' अभियान का उल्लेख करते हुए कहा कि यह अभियान प्रकृति के प्रति प्रेम और मां के सम्मान का एक अनुकरणीय उदाहरण है। आज यह जन-आंदोलन बन चुका है। उन्होंने आमजन से एक पेड़ लगाकर मां और धरती मां को सम्मान देने का संकल्प लेने की अपील की।
इस महोत्सव में अमृता देवी विश्नोई स्मृति पुरस्कार (Amrita Devi Vishnoi Memorial Award) के तहत वन विकास और वन्यजीव संरक्षण के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले व्यक्तियों और संस्थाओं को सम्मानित किया गया। विभिन्न श्रेणियों में पुरस्कृत होने वाले व्यक्तियों और संस्थाओं के नाम इस प्रकार हैं:
- वन विकास एवं वन्यजीव सुरक्षा श्रेणी (वर्ष 2020):
- वन सुरक्षा एवं प्रबंध समिति सती की चोरी, उदयपुर (वर्ष 2020)
- वन विकास, संरक्षण एवं वन सुरक्षा श्रेणी:
- नारायण लाल कुमावत (वर्ष 2019)
- राजसमंद के श्याम सुन्दर पालीवाल (वर्ष 2020)
- सीकर की अभिलाषा व भरतपुर के बच्चू सिंह वर्मा (वर्ष 2021) (संयुक्त रूप में चयन)
- कोटा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पवन कुमार जैन (वर्ष 2022)
- वन्यजीव संरक्षण एवं सुरक्षा श्रेणी:
- नागौर के गजेन्द्र सिंह मांझी (वर्ष 2020)
- उदयपुर के श्री पदम सिंह राठौर (वर्ष 2021)
- जयपुर के मोहित शर्मा व दिव्या शर्मा (वर्ष 2022) (संयुक्त रूप में चयन)
जैन ने बताया कि उन्हें अपने पिता जाम्बू कुमार जैन के पेड़-पौधों एवं वन्य जीवों के प्रति लगाव को देखकर पर्यावरण के लिए काम करने की प्रेरणा मिली।