पर्यावरण संरक्षण को लेकर सांचौर में ऐतिहासिक बंद

अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा, जालौर और सांचौर सहित अनेक संगठनों एवं सर्व समाज के संयुक्त तत्वावधान में पर्यावरण संरक्षण को लेकर आज ऐतिहासिक सांचौर बंद रखा गया। इस बंद में सर्व समाज के लोगों ने अपनी भागीदारी निभाई और सांचौर के तमाम व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान बंद रखकर बंद का समर्थन किया। शहर की सब्जी मंडी, किराना, मेडिकल, कपड़ा और अन्य सभी दुकानें पूर्ण रूप से बंद रहीं, और लोग ‘खेजड़ी बचाओ, पर्यावरण बचाओ’ आंदोलन में सक्रिय रूप से सहभागी बने।

पर्यावरण संरक्षण को लेकर सांचौर में ऐतिहासिक बंद
पर्यावरण संरक्षण को लेकर सांचौर में ऐतिहासिक बंद

अमृता देवी सर्कल पर सभा का आयोजन:

सांचौर बंद के दौरान अमृता देवी सर्कल पर सभी पर्यावरण प्रेमी बड़ी संख्या में एकत्रित हुए, जहां सभा को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री सुखराम बिश्नोई ने पर्यावरण संरक्षण की बात गांव-ढाणी तक पहुंचाने की अपील की। उन्होंने कहा कि हमें पर्यावरण के प्रति लोगों को जागरूक करना होगा।
हाथों में तख्तियां लिए और सिर पर पर्यावरण की कैप पहने लोग ‘खेजड़ी बचाओ’ नारों से पूरे बाजार को गुंजायमान कर रहे थे। सभी ने ध्वनिमत से "खेजड़ी बचाओ" का समर्थन किया और पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया।

ट्री एक्ट में संशोधन की मांग:

जालौर जिला प्रधान सुरजनराम साहू ने ट्री प्रोटेक्शन एक्ट में संशोधन की मांग करते हुए कहा कि जुर्माना राशि ₹100 से बढ़ाकर न्यूनतम ₹2 लाख प्रति पेड़ किया जाए। उन्होंने जयमलसर, खेजड़ला रोही एवं नोखा दैया में 195 दिनों से चल रहे ‘खेजड़ी बचाओ आंदोलन’ को समर्थन देने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि अगर सरकार समय रहते नहीं चेती तो प्रदेश स्तर पर बड़ा आंदोलन किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि खेजड़ी के लिए शहीद होने के लिए सांचौर के तमाम लोग तैयार हैं।

उन्होंने कहा कि सोलर प्लांट के लिए राजस्थान के जोधपुर, फलोदी, जालौर, बाड़मेर, जैसलमेर, बीकानेर, हनुमानगढ़, जयपुर और चूरू सहित अनेक जिलों में राज्य वृक्ष खेजड़ी की बड़ी मात्रा में कटाई की जा रही है। लाखों पेड़ काटे जा चुके हैं। इसलिए जब तक पेड़ और वन्यजीव सुरक्षा का कठोर कानून नहीं बनेगा, तब तक यह आंदोलन जारी रहेगा।

वन विभाग की भर्तियों में आरक्षण की मांग:

मनमोहन बिश्नोई ने कहा कि बेशक बिश्नोई समाज पर्यावरण का एंबेसडर है, लेकिन सर्व समाज को पर्यावरण की महत्ता को समझाना पड़ेगा। उन्होंने ज्ञापन के जरिए राज्य सरकार से मांग की कि वन विभाग की भर्तियों में विश्नोई समाज को 10% अतिरिक्त आरक्षण दिया जाए, जिससे कि पर्यावरण के प्रति प्रतिबद्धता एवं संकल्प को मजबूती मिले।

बंद को सर्व समाज का ऐतिहासिक समर्थन:

बंद के दौरान सब्जी मंडी, मेडिकल एसोसिएशन, कपड़ा मार्केट, टैक्सी यूनियन, ई मित्र, स्टेशनरी, हाथलॉरी एसोसिएशन सहित तमाम मार्केट ने अपने प्रतिष्ठान बंद रखते हुए ऐतिहासिक समर्थन किया, जिसका सभा में पर्यावरण प्रेमियों ने धन्यवाद प्रस्ताव पारित किया।

पर्यावरण प्रेमी उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सौंपते हुए।
पर्यावरण प्रेमी उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सौंपते हुए।

उपखंड कार्यालय में ज्ञापन सौंपा:

अमृता देवी सर्किल से जाट धर्मशाला, माली, सेन, विश्नोई धर्मशाला, चौधरी धर्मशाला से विवेकानंद सर्कल, दरबार चौक से होते हुए हजारों की संख्या में लोगों ने रैली के रूप में उपखंड कार्यालय पहुंचकर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा और कहा कि प्रशासन उनकी मांगों पर तत्काल उचित निर्णय ले, अन्यथा आर-पार का संघर्ष किया जाएगा।

महिलाओं और पुरुषों की बड़ी भागीदारी:

रैली में पुरुषों और महिलाओं ने बड़ी संख्या में भाग लिया और नारेबाजी के माध्यम से जन-जागृति फैलाई। रैली में रामगोपाल जी धायल, बीरबल जी पूनिया, प्रभुराम जी माली, डॉक्टर सुरेश सागर, जगदीश सारण, मनमोहन बिश्नोई, गंगाराम जी पूनिया, लादूराम भादू, छगनलाल बेनीवाल, भोमाराम भादू, रामगोपाल माल बीकानेर, सहीराम पूनिया, शैतानसिंह, सूबेदार केहराराम, सज्जन कुमार बेनीवाल भादरा, किशनलाल सारण, गणपतलाल सारण, भगवानाराम डारा, अमलूराम सारण, किशनलाल भट्ट, प्रदीप मांजू, सोहनलाल सारण, ओमप्रकाश कुराडा एडवोकेट, गणपत साऊ, जयप्रकाश, भवरलाल मांजू, ममता हॉस्पिटल सहित अनेक लोगों ने अपने विचार व्यक्त किए।

मोहम्मद रज्जाक, एडवोकेट सदराम बिश्नोई, सुरेश देवासी, वसनाराम देवासी, भोमाराम मतोड़ा, मोहनी बिश्नोई, अमकू देवी, सुंदर देवी, केली देवी, भूतपूर्व पार्षद सुवटी देवी, कमला देवी, चेनी देवी, सोहनी देवी, कीर्ति, झीणी देवी, कमला, मोहनी सारण, श्रवणी, पारस भार्गव, सुनील, अनिल सहित हजारों लोगों ने अपनी भागीदारी निभाई। कार्यक्रम का संचालन मोहनलाल कड़वासरा एवं किशनलाल सारण की देखरेख में किया गया।

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