मुकाम मेले में शहीद सुखराम बिश्नोई को श्रद्धांजलि, परिवार को 50 हजार रुपये का सम्मान:
मुकाम मेले के दौरान अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा ने शहीद सुखराम बिश्नोई के परिवार को सम्मानित किया। इस अवसर पर महासभा ने शहीद की मातृश्री अणसी देवी सरूपा राम जी बिश्नोई के खाते में ₹50,000 जमा करवाकर एवं भाई बाबूलाल जाणी को साल ओढ़ाकर और अभिनंदन पत्र प्रदान कर श्रद्धांजलि अर्पित की।
शहीद सुखराम बिश्नोई के परिवार को साल ओढ़ाकर और अभिनंदन पत्र प्रदान करते हुए महासभा के पदाधिकारी |
शहीद सुखराम बिश्नोई सीमा सुरक्षा बल में 7 अप्रैल 1994 को भर्ती हुए थे। 30 मई 1996 को श्रीनगर जम्मू कश्मीर में आंतरिक सुरक्षा ड्यूटी के दौरान वे देश की रक्षा करते हुए शहीद हो गए।
शहीद के भाई बाबूलाल जाणी ने बताया कि सुखराम बिश्नोई बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे। उन्हें अध्ययन के दौरान राजस्थान राज्य भारत स्काउट गाइड मंडल मुख्यालय जोधपुर द्वारा तृतीय सौपान स्काउट गाइड प्राप्त हुआ था। सीमा सुरक्षा बल के प्रशिक्षण के दौरान उन्हें ऑल राउंड बेस्ट टेनिस गोल्ड मेडल भी प्राप्त हुआ था।
महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष देवेन्द्र बूड़िया ने शहीद सुखराम बिश्नोई को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि वे देश के वीर सपूत थे जिन्होंने देश की रक्षा के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया। उनके बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता।
इस अवसर पर महासभा के उपाध्यक्ष सुभाष देहडू, महासचिव रूपाराम कालीराना, कोषाध्यक्ष रामस्वरूप धारणिया, सचिव जयकिशन सारण, अमरचंद दिलोईया, सुरेश सियाक, गंगाराम पूनिया, डॉ दिनेश जाम्भाणी, गौरव सारण, जगमालाराम सारण, भाखराराम मांजू, मांगीलाल सारण, मनोहर लाल, गोरधन राम, लादूराम भादू, मल्लाराम सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।
यह सम्मान शहीद सुखराम बिश्नोई के प्रति श्रद्धांजलि और परिवार के प्रति सम्मान का प्रतीक था।